Saturday 24 March 2018

जिवन

जिवन
एक समय की बात जो आज कल ज्यादा तो आम लोगो से महसूस होती हे
की हम सुविधा से और सरल रूप से जीवन व्यथित कर रहे की उसकी कोई सीमा ही नहीं
नई तकनीक और विभिनता से क्या हम अपनी संस्कृति खोना दे जब मुग़लो ने भारत पर कब्ज़ा जमाया
तब हम ने कुछ ही समय में अपनी आधे से ज्यादा संस्कृति और वेद खो चुके थे और कुछ इंग्रेजो के शासन में
अब भारत पर किसी मुल्क का कब्ज़ा नहीं हम स्वतंत्र हे तो हमें हमारी संस्कृति वापस से स्थापित करनी चाइये
हमें और ज्यादा जानकारी एकता करके वैदिक शास्त्रोंका अध्यन और हर मंदिर हर धार्मिक मंदिर या पुरातन किलोसे जानकारी प्राप्त करनी चाहिए हमें लगता हे भारत सरकार इस पर ज्यादा से ज्यादा अध्यन करे
और अपनी जो खोई हुयी जानकारी हे प्राप्त करे
जीवन पानी की तरह जो सबकुछ समां लिया हे और जिस में डालो वह निस्वार्थ सेवा भावसे उसमे घुल जाये या उसे अपना ले
आप सभी से विनती हे सभी आगे आके मदत करे भारत के लिए 

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