Wednesday 6 July 2016

पृथ्वी से तारों की दुरी


जैसा कि हम जानते हैं कि आकाश में चमकते हुए अरबों, खरबों तारे चमकती हुई गर्म गैसों के पिंड हैं l हमें जीवन देने वाला सूर्य भी एक तारा है l
इसके अतिरिक्त छोटे से लेकर बहुत बड़े-बड़े तारे आकाश में मौजूद हैं l कुछ तारे तो ऐसे हैं जो सूर्य से कई लाख गुना अधिक चमकीले हैं लेकिन धरती से अधिक दूर होने के कारण वे हमें अधिक चमकीले नहीं दिखाई देते हैं l क्या आप जानते है कि हमारे पास के तारे कौन-कौन से हैं ?
तारों की दुरी हम प्रकाशवर्ष में मापते हैं l प्रकाशवर्ष वह दुरी है जिसे प्रकाश 3 लाख किलोमीटर प्रति सेकंड के वेग से चलकर एक वर्ष में तय करता है l पृथ्वी के सबसे नजदीक का तारा प्रोक्सिमा सेंटोरी (Proxima Centauri) हैं, जिसकी दुरी 4.28 प्रकाशवर्ष है l
इस तारे को दक्षिणी गोलार्द्ध के देशों से ही देखा जा सकता है l उतरी गोलार्द्ध से दिखने वाला सबसे नजदीक का तारा “ सिरियस ” (Sirius) है l इसकी दुरी 8.8 प्रकाशवर्ष है l
इसके अतिरिक्त “ अल्फा सेंटोरी ” (Alpha Centauri) एक नजदीकी तारा है जिसकी दुरी 4.37 प्रकाशवर्ष है l
नंगी आंखों से दिखाई देने वाला पृथ्वी से सबसे अधिक दूर का तारा 80 लाख प्रकाशवर्ष से भी अधिक दूर है l यदि शक्तिशाली दूरबीनों की सहायता से देखा जाए तो इससे भी 1000 गुना अधिक दुरी के तारों को देखा जा सकता है l
कुछ तारे तो हमारी पृथ्वी से इतनी दूर हैं कि उनके प्रकाश को धरती तक आने मे 100 करोड़ से भी अधिक वर्ष लग जाते हैं l
आकाश के तारों के अध्ययन के लिए वैज्ञानिकों के अनेकों प्रकार के प्रकाशीय दूरदर्शी और रेडियो दूरदर्शी यंत्र बना लिए हैं l इनकी सहायता से मनुष्य आकाशीय पिंडों के विषय में अधिक ज्ञान प्राप्त करता रहा है l .......

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