विश्व के सभी देशों में समय अलग-अलग होता है l उदाहरण के लिए भारत में जब शाम के चार बजते हैं, तो विश्व के बाकी देशों में कोई और ही समय होता है l
भारत में जब दिन होता है, उस समय विश्व के कई देशों में सुबह और शाम की स्थिति एक जैसी ही होती है, उनमें भी समय का फर्क होता है l
भारत और पाकिस्तान के समय में ही आधे घंटे का फर्क होता है l क्या आप जानते है कि सभी देशों में समय एक सा क्यों नहीं होता ? इस प्रश्न का उत्तर इस प्रकार से दिया जा सकता है l
हमारे पास दिन और वर्ष समय की दो इकाइयां हैं l पृथ्वी के अपने धुरी पर घुमने से दिन और रत होते हैं और सूर्य के चारों और पृथ्वी की एक परिक्रमा से वर्ष पूरा होता है l
दिन और रात को 24 घंटों में बांट दिया गया है l इस प्रकार घंटे को साठ मिनट में और मिनट को 60 सेकंड में बांट दिया गया है l वास्तव में दिन कभी लंबा होता है और कभी छोटा l
दिन और 24 घंटे का समय केवल औसत समय है l पृथ्वी के घुमने की इस गति के आधार पर यह कहा जा सकता है कि सारे संसार में एक जैसा समय तो लागू किया ही नहीं जा सकता l
इसलिए विभिन्न भागों की स्थिति का सही-सही ज्ञान प्राप्त करने के लिए संसार को अलग-अलग भागों में बांट दिया गया है इन भागों को मेरीडियन (meridian) कहते हैं l
जो भी देश किसी एक मेरीडियन पर आते हैं, उनमें एक सा समय होता है l प्रत्येक भाग के बीच की दुरी को एक घंटे के समय के बराबर मान लिया गया है l अत: जो स्थान मेरीडियन के पूर्व या पश्चिम में आता है, उस पर अलग-अलग समय होता है l
इंग्लैंड में ग्रीनविच (Greenwich) नाम की जगह को पृथ्वी का विभाजन केंद्र माना गया है l यहां के समय को शुन्य मान लिया गया है l
इसके दोनों और के हर भाग का समय ग्रीनविच के समय के अनुसार निधारित किया गया है, मान लीजिए ग्रीनविच से तीन हिस्सों के बाद कोई देश आता है, तो वहां के समय और ग्रीनविच के समय में 3 घंटे का अंतर होगा l
सभी देशों में विश्व के अन्य देशों के समयों का लेखा-जोखा रहता है l समय का अंतर होने के कारण ही जब एक देश का मनुष्य दुसरे देश में जाता है, तो उसे वहां के समय के अनुसार अपनी घड़ी मिलानी पड़ती है l संसार की अलग-अलग वेधशालाओं में ठीक समय का रिकार्ड विधुत चालित घड़ियों व्दारा रखा जाता है
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