मॉस्को (रूस)- यहांके वोल्गा भागमें बसे हुए प्राचीन स्तरके मायना गांवमें उत्खननके समय भगवान श्रीविष्णुकी प्राचीन मूर्ति पाई गई ।
१ . उत्खननके समय श्रीविष्णुकी प्राचीन मूर्ति लगभग सातवीं अथवा दसवीं शताब्दीकी होगी ।
२. उत्खनन समूहके डॉ. कोजविनका कहना है कि यद्यपि मायना नामक गांवकी लोकसंख्या ८ सहस्र है, तब भी ऐसा अनुमान है कि १ सहस्र ७०० वर्षोंपूर्व वह बहुत अधिक होगी । अर्थात ये सर्व सिद्धांतोंपर आधारित है ।
३. डॉ. कोजवीन, इस क्षेत्रमें ७ वर्षोंसे उत्खनन कर रहे हैं । अबतक किए गए उत्खननमें उन्हें प्राचीन सिक्के, पदक, अंगूठियां और शस्त्र मिले हैं ।
४. इस प्राचीन गांवकी वास्तविक उत्पत्ति कब और कैसे हुई, इसके लिए अंतरराष्ट्रीय स्तरपर एक चर्चा सत्र का आयोजन किया गया है । उसमें श्री विष्णु की मूर्तिपर भी मतप्रदर्शन होनेवाला है ।
५. ऋग्वेदमें इस भाग का उल्लेख ७२२ उडनेवाले वाहनोंका प्राचीन और पवित्र प्रदेश किया गया है ।
६. उत्खनन में मिली श्री विष्णु की मूर्ति के कारण रूस की और भारत के रूस एवं भारत के प्राचीन काल में संबंध थे, इसकी भी पुष्टि हुई है ।
७. श्री विष्णु के मंदिर में जिस प्रकार पूजा की जाती है, वैसी ही पूजा-अर्चना रूसकी चर्च में आज भी वहां की जाती है । बैकुंठ एकादशी के नाम से उनका भी एक उत्सव है।
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