Monday 27 June 2016

छ अविद्या का ब्रह्मवैवर्त पुराण में निराकरण-



-#शिव तमोगुणी हैं।

जो इंसान शिव को तमोगुणी समझता है वो अधम पातक है। ब्रह्मा रजोगुणी हैं, लेकिन शिव और #विष्णु समान रूप से सतोगुण के आश्रय हैं।

-शिव संहार करते हैं।

शिव संहार नहीं करते बल्कि शिव के एक अंश कालाग्नि संसार का संहार करता है। जो सत्वगुण शिव हैं वही संसार का कल्याण करते हैं बाकी के रूद्र तो केवल कृष्ण की कला का अवतार हैं।

-सरस्वती ब्रह्मा की पुत्री और पत्नी हैं।

#सरस्वती ब्रह्मा की नहीं, भगवान् विष्णु की पत्नी हैं और ब्रह्मा की पूज्य देवी हैं। सरस्वती की पूजा के फल से ही ब्रह्मा को गायत्री प्राप्त हुई थी और वो वेदों को जान सके थे। इसलिए सरस्वती ब्रह्मा की माता समान हैं।

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